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अध्याय 91

एलेक्ज़ेंडर की आँखों में गुस्से की तीव्र चमक आ गई जब उसने ओलिवर पर अपनी निगाहें टिकाईं और तीखे स्वर में पूछा, "तुमने क्या कहा?"

एलेक्ज़ेंडर की अचानक तीव्र निगाहों ने ओलिवर की रीढ़ में सिहरन दौड़ा दी, जिससे उसने अपने ही शब्दों पर सवाल उठाना शुरू कर दिया। क्या उसने महत्वपूर्ण 'सिर्फ़ एहतियातन' जोड़ना...