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अध्याय 71

गेट्टी के शरीर में एक सिहरन दौड़ गई, शर्मिंदगी, अपमान, चोट और गुस्से का एक प्रबल मिश्रण उसे अभिभूत कर गया।

उसका चेहरा उसके उथल-पुथल भरे भावनाओं का आईना था। एक पल के विराम के बाद, उसने अलेक्जेंडर की ओर मुड़कर देखा, और उसके उदासीन दृष्टि को देखकर उसका दिल डूब गया।

उसने अनुमान लगाया कि उस दिन अलेक्जे...