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अध्याय 584

"सिर्फ मैं?" अलेक्जेंडर अचानक हंस पड़ा।

"हाँ," गेटी ने जवाब दिया।

"क्या तुम मेरे लिए कुछ भी नहीं चाहोगी और सड़क पर भीख मांगोगी?" उसने पूछा।

गेटी ने उसे देखा, उसकी आँखों से आँसू बह रहे थे और उसकी नज़र कांप रही थी।

"हाँ।"

"क्या मैं इतना अच्छा हूँ?"

गेटी ने गहरी सांस ली, आँखें बंद कर लीं और धीरे-...