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अध्याय 58

"क्या तुम सच में मानती हो कि वह तुम्हें दुनिया दिखाने का इरादा रखती है, क्विन? हमने दो दशक साथ बिताए हैं, फिर भी तुम अपनी ज़िद पर अड़ी रहती हो," उन्होंने कहा। उनके शब्द हवा में लटके रहे, आरोप और निराशा से भारी।

क्विन की पलकें हल्की सी घबराहट से फड़फड़ाईं। कैसे वह उसके हर विचार, हर कदम से वाकिफ़ लग ...