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अध्याय 488

यह उसकी यादें थीं।

क्विन को समझ नहीं आया कि कैसे प्रतिक्रिया दे। उसने आदमी का हाथ हटाते हुए दृढ़ता से कहा, "यह निश्चित रूप से तुम्हारे जैसा कोई नहीं है।"

अलेक्जेंडर के होंठों पर एक तिरस्कारपूर्ण मुस्कान आई। "और अगर यह मेरे जैसा कोई हो तो?"

क्विन ने दृढ़ता से सिर हिलाया। "नहीं है।"

"इतना यकीन?"

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