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अध्याय 437

उसकी आवाज़ नरम थी, थोड़ी सी मोहक, जो उसके कान में फुसफुसा रही थी।

क्विन की नज़र झपकी, और उसने अनायास ही अपनी उंगलियों को कस दिया।

वाल्टर ने बोलना खत्म किया, तो उसने गंभीरता से उसकी ओर देखा और कहा, "तुम्हें पता है?"

क्विन ने बेध्यान में सिर हिला दिया।

उसे लिखना जरूरी था। नहीं तो, वह पिछले रात की ...