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अध्याय 425

क्विन की नज़र ऊपर की ओर खिंच गई, भालू की आँखों पर टिक गई। वे आँखें निर्जीव, काले मोती की तरह होनी चाहिए थीं, लेकिन अचानक वे हिल गईं, जिससे वह डर के झटके से जाग गई।

जब उसकी आँखें खुलीं, तो उसे उजाले की बाढ़ ने घेर लिया। खिड़की से बाहर झाँकने के लिए सिर घुमाया, तो पाया कि सुबह हो चुकी थी, फिर भी बिस्...