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अध्याय ४२०

अलेक्जेंडर के चेहरे पर उन शब्दों को पढ़ते ही एक गंभीर भाव उभर आया, पहले जो अपराधबोध उसकी भौहों और आँखों में था, वह गायब हो गया। वह अचानक हँस पड़ा। "क्विन, तुम इतनी बेशर्म कब से हो गई?"

"मैं तुम्हें नहीं चाहता? तुम्हें ये कहने की हिम्मत किसने दी?"

क्विन चौंक गई, उसका मन घूमने लगा। उसने सोचा था कि अ...