Read with BonusRead with Bonus

अध्याय 342

फोन कॉल खत्म हो गया, और अलेक्जेंडर की निगाहें क्विन की ओर मुड़ गईं। उसकी आँखों में उलझन का बादल था, और अलेक्जेंडर उसकी उलझन पर मुस्कुराए बिना नहीं रह सका। "क्या तुमने सच में सोचा," उसने शुरू किया, उसकी आवाज में तिरस्कार का एक सुर था, "कि मैंने इन पिछले कुछ दिनों से तुम्हें इसलिए टाला है क्योंकि मैं ...