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अध्याय 205

क्विन वहीं खड़ी रह गई, उसकी सोच तेज़ी से घूमने लगी जब उसने उस आदमी के शब्दों को संसाधित किया। अचानक उसे एहसास हुआ।

उसे अस्पताल लाने का उसका कार्य दयालुता से नहीं था; यह उसे अपने नियंत्रण में रखने की एक सोची-समझी चाल थी।

उसके मन में गूंज रहा था कि अगर उसने इलाज जारी रखने का फैसला किया तो रोज़ाना की...