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अध्याय 198

अचानक लड़खड़ाते हुए, क्विन खुद को अलेक्जेंडर की गोद में अजीब तरह से बैठे पाया, उसकी नज़रें उसकी निष्प्रभावी आँखों से मिलते हुए उठीं। उसकी उंगली ने उसकी आँख के कोने को छुआ, उसकी फुसफुसाहट उसकी त्वचा पर ठंडी हवा की तरह महसूस हुई, "हर किसी का अपना भाग्य होता है, क्विन। इसका मुझसे कोई लेना-देना नहीं है।...