Read with BonusRead with Bonus

अध्याय 159

दो सेकंड की खामोशी हवा में तैर रही थी, उसके बाद क्विन ने कार का दरवाजा खोला और अंदर बैठ गई।

उसके बगल में अलेक्जेंडर बैठा था, उसकी नज़र इतनी तीव्र थी कि ऐसा लग रहा था जैसे वह उसे अपनी नज़रों से ही चीर देगा। क्विन ने अपना सिर नीचे रखा, उसकी मनोदशा का अनुमान लगाने की हिम्मत नहीं की। राहत की बात यह थी ...