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अध्याय 1146

फ्राया ने पीनट के सामने घुटनों के बल बैठते हुए अपनी धुंधली दृष्टि से उसे देखा। उसने धीरे से अपना हाथ उसके सिर पर रखा और फुसफुसाई, "पीनट।"

पीनट ने अपना नाम सुना और उसकी ओर मुड़कर एक मूर्खतापूर्ण मुस्कान दी।

फ्राया ने अपने होंठ काटते हुए आँसुओं को रोकने की कोशिश की और उसे मुस्कराते हुए कहा, "मैं तुम...